यमुना भक्तों ने लिया यमुना को शुद्ध कराने का संकल्प

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मथुरा। संत ए एस विज्ञानाचार्य के संरक्षण तथा यमुना रक्षक दल के तत्वावधान में यमुनाजी के मुक्तिकरण एवं शुद्धिकरण हेतु ऐतिहासिक कार्यक्रम का शुक्रवार को भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ हरियाणा सरकार के पर्यावरण व उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने पौधारोपण, यमुना पूजन एवं गौ पूजन के साथ यमुना तट स्थित यमुना रक्षक दल के नए केन्द्रीय कार्यालय पानी गांव के विशाल मैदान में किया। तत्पश्चात गोविन्दमठ में संकल्प सभा का आयोजन किया गया। हरियाणा सरकार के पर्यावरण व उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यमुनाजी का मुक्तिकरण एवं शुद्धिकरण मेरे व्यक्तिगत एजेंडे में सबसे ऊपर है। धार्मिक, वैधानिक एवं पर्यावरणीय दृष्टिकोण से यमुना जी का अविरल एवं निर्मल होना परमावश्यक है। मैं केन्द्र तथा राज्य सरकार के समन्वयित प्रयासों से जल्द ठोस परिणाम निकालने का हर संभव प्रयास करूंगा। यमुना जी के अविरलता एवं निर्मलता के लिए जन जागरूकता लाने हेतु मुख्य अतिथि, हरियाणा सरकार के पर्यावरण व उधोग मंत्री विपुल गोयल ने तथ्यगत हैंड बिल का लोकार्पण किया। जिसे सभा में आए हजारों यमुना प्रेमियों में वितरित किया गया।


यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत जयकृष्ण दास ने कहा कि 1994 में हुआ यमुना जल का बंदरबांट ही सभी समस्याओं का मूल कारण है। जिसपर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। 1994 में यमुना जल के बंटवारे में दक्षिणी हरियाणा के फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल एवं नूंह पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। लगभग यही हालत वृंदावन, मथुरा सहित उत्तरप्रदेश के कई जिलों के साथ भी है। हथिनीकुंड के आगे यमुनाजी के प्राकृतिक मार्ग में यमुना जल बिल्कुल नगण्य मात्रा में है।
फरीदाबाद से आए यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. आर एन सिंह ने कहा कि यमुना जल के नाम पर फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल एवं नूंह, वृंदावन, मथुरा सहित उप्र के अन्य जिलों को दिल्ली का औद्योगिक, व्यावसायिक, कृषि तथा घरेलू प्रदूषक, मल-मूत्र मिल रहा है। एक तरफ दिल्ली के लिए यमुनोत्री से यमुना नहर के माध्यम से वजीराबाद में शुद्ध यमुना जल पहुंचाने की व्यवस्था की गयी है। जिसमें कोई गंदा नाला नहीं गिरता तो दूसरी ओर हमें मल-मूत्र से आचमन करने पर मजबूर किया जा रहा है। किसान नेता राम चन्द्र सिंह, योगिराज पटेल, लाल सिंह, राजू गुप्ता, अखिल संघर्षी, जयनंदन पांडेय, रामबाबू कटेलिया, विवेक महाजन, शरीफ आजम, एसके सिंह, लता चैहान, रमेश सिसोदिया, पंडित उदयन शर्मा तथा सोहन लाल आचार्य ने मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों का अंग वस्त्र तथा फूल मालाओं से स्वागत किया।
सभा को विभिन्न किसान नेताओं ने भी सम्बोधित किया। राजऋषि मुकुंद महाराज ने धन्यवाद ज्ञापित किए। एक स्वर से प्रस्ताव पारित किया गया कि वर्तमान जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा और उनकी प्रतिक्रिया के बाद अगला कदम उठाया जायेगा। किसी भी कीमत पर यमुनाजी को अविरल तथा निर्मल बनाया जाएगा।