मथुरा। शहर के एक दुकानदार द्वारा सिपाही से गुटखे के पैसे मांगने पर मिली मौत का मामला प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया है। उन्होंने इस मामले में उचित कार्यवाही करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। वहीं इस प्रकरण के चलते मथुरा वासियों में पुलिसकर्मियों के प्रति आक्रोश फैल गया है। गत दिवस उसका शव मथुरा आने पर परिजनों एवं स्थानीय लोगों ने आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करने और मुआवजे की मांग रखते हुए शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने आरोपी सिपाही पर कार्यवाही करने और परिजनों की मांगों को शासन तक पहुंचाने के आश्वासन के बाद परिजनों ने शव हटाकर जाम खोल दिया। आरोपी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही मुकदमे में 302 की धारा बढ़ाई जा रही है। वहीं पुलिस और प्रशासन पर अब व्यापारी वर्ग द्वारा भी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। व्यापारी संगठनों ने शुक्रवार को एसएसपी से मिलकर उचित कार्यवाही के लिए ज्ञापन सौंपा।
धौलीप्याऊ निवासी दुकानदार राहुल बंसल की चाय की दुकान से फिरोजाबाद में तैनात सिपाही योगेंद्र चैधरी ने गुटखा खरीदा था लेकिन गुटखे के पैसे नहीं दिए। इस पर दोनों मंे विवाद हो गया था। सिपाही ने राहुल बंसल को उससे पैसे मांगने का सबक सिखाने का ऐलान करते हुए थाना हाईवे से पुलिस बुला ली थी। पुलिस भी बिना जांच के ही राहुल बंसल और उसके भाई को उठा ले गई। यहां राहुल बंसल को थर्ड डिग्री दी गई। उसके डंडों और राइफलों की बट से पीट पीटकर गंभीर रुप से घायल कर दिया। इसके बाद राहुल को मरणासन्न अवस्था में थाने पहुंचे परिजनों के हवाले कर दिया गया। आगरा में उपचार के दौरान राहुल बंसल की मौत हो गई। राहुल के शव को घर लाया गया। पुलिस की पिटाई से युवक के मरने की जानकारी मिलते ही जनता में आक्रोश फैल गया और परिजनों ने 25 लाख का मुआवजा और नौकरी की मांग रखते हुए शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। साथ ही आरोपी सिपाही के साथ थाना हाईवे पर भी कार्यवाही करने की मांग की, क्योंकि राहुल बंसल को पीटने में थाना हाईवे के पुलिसकर्मी शामिल थे। जाम लगने और जनता में रोष फैलने की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी और सिटी मजिस्टेट मौके पर पहुंच गए। यहां परिजनों द्वारा दिए गए ज्ञापन में लिखी मांगों को शासन तक भेजने और आरोपी सिपाही के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद बमुश्किल परिजनों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सिपाही योगेंद्र चैधरी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं उसकी बर्खास्तगी भी की जा सकती है।
सिटी मजिस्टेट मनोज कुमार सिंह ने विषबाण को बताया कि पीड़ित परिजनों के ज्ञापन को उच्च स्तरीय अधिकारियों तक भेजा जा रहा है। परिजनांे की मांग है कि उन्हें 25 लाख का मुआवजा दिलाया जाए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। उनकी मांगें मानने का आश्वासन दिया गया है। इस दौरान भाजयुमो जिलाध्यक्ष यज्ञदत्त कौशिक, कांग्रेस की पूर्व महिला जिलाध्यक्ष लता चैहान एवं कांग्रेस पार्षद उमेश भारद्वाज सहित अन्य नेता भी वहां मौजूद रहे।
सीओ रिफाइनरी आलोक दुबे ने बताया कि आरोपी सिपाही योगेंद्र चैधरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उसे निलंबित कर दिया गया है। साथ ही थाना हाईवे के हेड कांस्टेबिल धर्मेंद्र सिंह को भी निलंबित किया गया है। अभी धारा 302 नहीं बढ़ाई गई है। यह जांच का विषय है, जांच के बाद ही इसे बढ़ाया जाएगा।
शुक्रवार को उप्र उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर से पीड़ित व्यापारी राहुल बंसल के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए मुलाकात की। राष्ट्रीय मंत्री/प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार मांट वाले एवं जिलाध्यक्ष शिवशंकर वर्मा ने बताया कि एसएसपी से मुलाकात कर पीड़ित परिजनों को 50 लाख का मुआवजा और थाना हाईवे के पुलिसकर्मियों पर भी कार्यवाही करने की मांग संबंधी ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रांतीय संगठन मंत्री नंदकिशोर गुंसाई, प्रयागनाथ चतुर्वेदी, जिला महामंत्री मुकेश वाष्र्णेय सहित अन्य मौजूद रहे।

भाजपा के ब्रज क्षेत्र उपाध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने बताया कि शासन को दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।कहा कि उन्होंने पुलिस की कारगुजारी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा दिया है। सीएम योगी ने इस मामले में उचित कार्यवाही किए जाने का आश्वासन भी दिया है। उन्होंने कहा कि परिजनों के जीवन यापन को उचित मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाए जाने की मांग पार्टी हाईकमान से की गई है।