मथुरा। चाणक्य युवा संगठन के सहयोग से पूर्व माध्यमिक विद्यालय धोली प्याऊ मथुरा के छात्र-छात्राओं ने सभी छात्र-छात्राओं ने संकल्प लिया कि वह गौ माता की रक्षा के लिए एक रुपया प्रतिदिन बचत करके ही भोजन ग्रहण करेंगे और उस रुपए को गुल्लक में संकलित करेंगे। ताकि वह बचत गौ माता के काम आ सके।
छात्रा गौरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गाय के बच्चे में और भैंस के बच्चे में जो अंतर होता है। वही अंतर गाय और भैंस के दूध को पीने वाले लोगों में होता है। अतः सभी बच्चों को देसी गाय का दूध पीना चाहिए। देसी गाय के दूध में स्वर्ण भस्म की मात्रा होती है। शिक्षिका अनुराधा शर्मा ने कहा कि गाय को माता इसलिए कहा जाता है कि गाय ऑक्सीजन ही ग्रहण करती हैं और ऑक्सीजन ही निकालती है। गाय के पास रहने मात्र से बहुत सी बीमारियों का इलाज हो जाता है। गाय का गोबर, गाय का मूत्र, गाय का दूध, दही, घी सभी बहुत ही लाभदायक हैं। जब तक हमारे घरों में गाय थी तब तक हम स्वस्थ थे। जब से घर से गाय निकली है विभिन्न प्रकार के रोग हमारे अंदर विकसित होते जा रहे हैं।
इस अवसर पर होनहार छात्रों को शिक्षिका अनुराधा शर्मा, जिला व्यायाम शिक्षक प्रभुकांत उपाध्याय, कृष्णा, प्रमोद कुमार ने चाणक्य युवा संगठन के सहयोग से गुल्लकें भेंट की। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्क शैलजाकांत मिश्र के सुझाव पर आयोजित किया गया था। संगठन के संस्थापक अशोक शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम पूरे ब्रज क्षेत्र में संचालित किया जाएगा और गाय के महत्व पर गोष्ठी आयोजित कर सभी विद्यालयों में बचत की भावनाओं को विकसित कर गाय को बचाने का प्रयास किया जाएगा। इस दौरान उदय चौधरी, अंकित चौधरी, राम रतन सहित अन्य उपस्थित रहे।