एग्जिट पोल फर्जी, जीत हमारी होगी: कुं. नरेंद्र सिंह

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मथुरा। मथुरा लोकसभा सीट पर महागठबंधन से रालोद प्रत्याशी कुं. नरेंद्र सिंह अपनी जीत को लेकर आशान्वित हैं । मीडिया चैनल एवं एजेंसियों के एक्जिट पोल में एनडीए को प्रचंड बहुमत के आंकड़ों को फर्जी बताते हुये उन्होंने कहा कि सरकार के दवाब में यह भ्रम फैलाया जा रहा है। 23 मई को सही तस्वीर देश के सामने आ जायेगी। गठबंधन जीत रहा है।
मतगणना की पूर्वसंध्या पर हुई विषबाण के उप-संपादक जगदीश वर्मा ‘समंदर’ द्वारा लिए गए साक्षात्कार में ईवीएम की विश्वसनियता से जुड़े सवाल पर महागठंबधन प्रत्याशी ने कहा कि हम शुरू से ही ईवीएम मशीन प्रयोग के विरोध में आवाज उठाते रहे हैं। इससे परिणामों को बदला जा सकता है। मथुरा में मतदान के बाद से ही हम इनकी सुरक्षा पर नजर रखे हुये हैं। जनता के मतों की सुरक्षा करने का हमारा अधिकार है और प्रशासन का दायित्व है।


जीत के सवाल पर कुंवर नरेंद्र ने कहा कि मथुरा में हेमा के विरोध में लोगों ने वोट किया है, क्योंकि 5 सालों में उन्होंने ब्रज को समय नहीं दिया। गठबंधन को प्रत्येक वर्ग के मतदाताओं ने वोट दिया है, हम जीत के प्रति आशान्वित हैं। अगर हमें जनता का पूर्ण आशीर्वाद मिलता है तो हम ब्रज की उम्मीद के मुताबिक काम करेंगे।
वृंदावन में बंदरों की लगातार हो रही मौत की घटनाओं के बारे में अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि बंदरों की मौत बीमारी से नहीं वरन् उनकी हत्या की जा रही है। बंदरों की मौत को साजिश बताते हुये गठबंधन प्रत्याशी ने कहा कि यह सीधे-सीधे जीव हत्या का मामला है। बंदरों में कोई बीमारी नहीं फैल रही बल्कि उन्हें किसी न किसी तरह से मारा जा रहा है। रालोद नेता ने कहा कि वृंदावन में बंदरों की हत्या की जा रही है लेकिन धर्म की दुहाई देने वाले बजरंग दल और बीजेपी के नेता इस पर कोई कार्यवाही नहीं करवा पा रहे हैं। हेमा बंदरों की समस्या के लिए लोगों को ही दोष देती हैं। मेनका गांधी तक मामला पहुंचा है लेकिन वह भी चुप्पी साधे हैं।


नरेंद्र सिंह कहते हैं कि अगर जनता के आशीर्वाद से सांसद बनकर ब्रजसेवा का अवसर मिलता है तो इस मामले की जांच कराकर दोषियों को सजा दिलवाएंगे। वृंदावन में बंदरों के पुर्नवास के लिये प्राकृतिक स्थान दिए जाने की आवश्यकता है। इससे नागरिकों को भी इस समस्या से निजात मिले और बंदरों का जीवन भी सुरक्षित रहे। गौरतलब है कि पिछले 2 माह में वृंदावन के गोविंद बाग क्षेत्र में एक सैंकड़ा से ज्यादा बंदरों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को भी इस क्षेत्र में 2 बंदर मृत मिले हैं। इस सम्बंध में अभी तक प्रशासन की ओर से कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई है। इससे नागरिकों में रोष व्याप्त है।