मथुरा। जनपद में 2 अप्रैल से 30 अप्रैल तक संचारी रोग अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आशा एवं आंनगबाड़ी कार्यकत्री घर-घर जाकर टीबी रोगियों, कुष्ठ रोगियों व बुखार से ग्रस्त रोगियों को चिह्नित करेंगी। ताकि रोगियों की जांच कराकर उपचार शुरू किया जा सके। आशा कार्यकत्री लोगों को मच्छरों से बचाव के प्रति जागरुक भी करेंगी। अभियान के तहत मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।
संचारी रोग अभियान का शुभारंभ कलेक्ट्रेट सभागार में कारागार व होमगार्ड्स राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति, मेयर डॉ. मुकेश आर्यबंधु, डीएम नवनीत सिंह चहल एवं नगर आयुक्त अनुनय झा ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर किया। तत्पश्चात राज्य मंत्री श्री प्रजापति ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद जागरुकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस दौरान श्री प्रजापति ने कहा कि इस अभियान का व्यापक रूप से प्रचार प्रसार किया जाये। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एक परिवार के रूप में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने शहरी एवं ग्रामीण स्तर पर सचल निगरानी रखने के निर्देश दिये एवं जन जन को इस अभियान में भागीदारी बनाने का सुझाव दिया। कहा कि खाना एवं अन्य रोजमर्रा के जीवन में ज्यादा से ज्यादा मिट्टी से बने बर्तनों का उपयोग किया जाये।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने 2 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान की जानकारी देते हुए बताया जनपद में 742 निगरानी समिति द्वारा इस अभियान को सफल बनाएंगी। 10 विभागों का समन्वय स्थापित कर इस कार्य को पूर्ण किया जायेगा। गम्बूजिया मछली के बारे में बताते हुए उन्होंने मच्छरों के लारवा को खत्म करने के निर्देश दिये। आशा एवं आंनगबाड़ी कार्यकत्री घर-घर जाकर टीबी रोगियों, कुष्ठ रोगियों व बुखार से ग्रस्त रोगियों को चिह्नित करेंगी, ताकि रोगियों की जांच कराकर उपचार शुरू किया जा सके। अभियान के तहत मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। बताया कि अप्रैल में 15 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान भी चलेगा।
नगर आयुक्त अनुनय झा ने बताया कि अभियान को दो हिस्सों में चलाया जाएगा। पहले हिस्से में बचाव पर फोकस किया जाएगा। इसमें मच्छरों से बचाव के लिए खुले में शौच न करने, शुद्ध पेयजल के प्रयोग तथा मच्छरों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलेगा। खुली नालियों को ढकना, खराब हैंडपंप का प्रयोग रोकने के लिए उन्हे लाल रंग से चिह्नित किया जाएगा। बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 चल रहा है। नगर निगम के लगभग 1500 कर्मचारियों द्वारा साफ-सफाई, फॉगिंग, एन्टीलारवा, सेनेटाइजेशन तथा घर-घर कूड़ा उठाने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि शहरी क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्र में जलभराव न हो, नाली व तालाबों की साफ-सफाई तथा स्वच्छरता में प्रयुक्त गाड़ियों में वीडियो क्लिप दिखाकर व पंफलेट बंटवाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए पूर्व आशा कर्मियों, ग्राम प्रधानों, नगर निकायों के कर्मियों आदि की मदद ली जाएगी। पंचायती राज विभाग के अंतर्गत ग्राम प्रधानों को इस अभियान का नोडल बनाया है। शिक्षा विभाग द्वारा अभिभावकों व शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर कोविड-19, दिमागी बुखार, संचारी रोगो से बचाव व रोकथाम के बारे में जागरूक कराएगें।
रैली से पूर्व कलेक्ट्रेट सभागार में संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर सभी विभागों के साथ बैठक कर चर्चा की गई। साथ ही राज्यमंत्री श्री प्रजापति, महापौर डॉ. आर्यबंधु, जिलाधिकारी श्री चहल एवं नगर आयुक्त श्री झा द्वारा नगर निगम, स्वास्थ्य, सफाईकर्मी, आशाओं एवं अन्य विभाग के उत्कृष्ट काम करने वाले कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अपर नगर आयुक्त एसके तिवारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भूदेव सिंह, डॉ. देवेन्द्र अग्रवाल, डॉ. आलोक कुमार, डॉ. मनीष पौरूष, जिला मलेरिया अधिकारी आरके सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी किरन चौधरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिनव मिश्रा तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी आदि मौजूद रहे।