मथुरा। वृंदावन पुलिस ने रशिया की एक दंपति को गिरफ्तार किया है। उन पर पुलिस पर हमला और मारपीट करने का आरोप है। पुलिस उनका वीजा खत्म होने पर जांच के लिए गई थी। जहां दंपत्ति ने महिला सिपाही के हाथ में काट भी लिया। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।
रशिया के रहने वाले नतालिया क्रिवोनोसावा और रोमानोमा योरोस्व्लोव 2013 में टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। उनका वीजा खत्म हो गया। बार-बार एलआईयू और लोकल पुलिस ने नोटिस दिए, लेकिन इन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। नोटिस का जवाब न देने पर पुलिस ने दंपत्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसके बाद दोनों लापता हो गए। बाद में पुलिस को पता लगा कि दोनों थाना जैंत अंतर्गत एक कालोनी में रह रहे हैं तो पुलिस पुलिस उनसे पूछताछ करने गई थी। इस दौरान जब एलआईयू ने इनसे पासपोर्ट और वीजा मांगा, तो दोनों भड़क गए। दोनों ने जांच अधिकारी और एलआईयू की टीम पर पुलिस पर हमला कर मारपीट कर दी।
हालांकि पुलिस जिस मामले में रशिया की दंपत्ति की जांच करने पहुंचे थे। वह मामला कोतवाली वृंदावन में 25 सितंबर 2020 को अग्निशमन अधिकारी संजय जायसवाल ने इन दोनों रशियन नागरिकों के खिलाफ थाना दर्ज कराया था। वहीं एक और मुकदमा इन्हीं की बिल्डिंग में रहने वाले अलेक्जेंडर मायगकोव ने दर्ज कराया था। इन्हीं मामलों में पुलिस इनकी तलाश कर रही थी।
2019 में खत्म हो गया था वीजा
एक मुकदमे में वादी के अधिवक्ता रमाकांत भारद्वाज ने बताया कि 2019 में रशियन दंपति का वीजा खत्म हो गया था। इसके बावजूद भी ये लोग यहां रह रहे थे। इसके अलावा इन्होंने वृंदावन में एक 7 मंजिला इमारत बनाई, जबकि विकास प्राधिकरण से इसका 3 मंजिल का ही नक्शा पास था। इसके चलते बाद में प्राधिकरण ने नक्शा फेल कर दिया था। इसके बावजूद रशियन दंपति ने कुछ यूक्रेनी नागरिक और कुछ भारतीयों को सौ रुपए के स्टाम्प पर नोटेड कर दिया है। यह लोग गलत तरीके से रह रहे हैं। इनको पुलिस ने विदेशी अधिनियम के तहत पकड़ा है।
सीओ सदर प्रवीण मलिक ने बताया कि पकड़े गए दंपति के खिलाफ पहले से ही शिकायत थी। जब इसकी जांच करने टीम गई, तो उन्होंने पुलिस पर हमला करते हुए उनसे मारपीट की। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।