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मथुरा। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को लखीमपुर खीरी में शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए अरदास में सम्मिलित होने जाने से सरकार द्वारा रोके जाने का प्रयास करने के चलते स्थानीय रालोद पदाधिकारियों ने मथुरा में विरोध प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी दिया। इस ज्ञापन में प्रदेश सरकार की निंदा करते हुए पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई है।
रालोद के जिलाध्यक्ष बाबूलाल प्रमुख ने कहा कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी लखीमपुर खीरी में मृत किसानों की आत्मा की शांति के लिए आयोजित अरदास में सम्मिलित होने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान प्रदेश की तानाशाह सरकार ने असंवैधानिक तरीके से लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का हनन करते हुए बरेली में अनैतिक तरीके से रोकने का प्रयास किया। जहां स्थानीय कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के बाद ही उन्हें आगे जाने दिया गया। कहा कि मथुरा के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा भी इसका विरोध करते हुए डीएम नवनीत सिंह चहल को ज्ञापन दिया गया।
प्रदेश उपाध्यक्ष कुंवर नरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश की सरकार तानाशाह हो चुकी है। भाजपा के नेता सत्ता के दंभ में आकर मासूम किसानों की गाड़ियों से कुचल कर हत्या कर रहे हैं और सरकार विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर रही है। विपक्षी नेताओं को लखीमपुर खीरी में किसानों से शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए जाने से रोक रही है। यह पूरी तरह तानाशाह रवैया है। प्रदेश की जनता सब देख रही है और इसका हिसाब आगामी विधानसभा चुनाव में चुकता किया जाएगा। कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को रोकने का असफल प्रयास करने वाले प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की मांग ज्ञापन के माध्यम से की गई है। बताया कि सरकार को विपक्ष पर ध्यान देने की बजाय किसानों के लिए हो रही डीएपी और खाद की कमी पर ध्यान देना चाहिए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान राजेंद्र सिंह सिकरवार, रामवीर सिंह वारंगल, राजपाल सिंह भरंगर, रोहित प्रताप, नारायण सिंह, उदयभान जाटव, गौरव चतुर्वेदी, रविंद्र नरवार, गौरव मलिक, सुरेश भगत, डा. अशोक अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।